नवोदय भाषा एवं व्याकरण 2025 [Quiz Mode] भाग – 06

नवोदय भाषा एवं व्याकरण भाग - 06 [Quiz Mode] पर है। प्रत्येक ऑप्शन के सामने एक गोला दिया गया है सही ऑप्शन के गोले को क्लिक करते जाएं और अंत में SUBMIT बटन दबाकर अपने प्रयास की जांच करें।

जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा कक्षा 6 के परीक्षा में विगत कुछ वर्षों में भाषा परीक्षण के अन्तर्गत अनुच्छेद पर आधारित प्रश्नों में व्याकरण पर प्रश्न पुछे जा रहे है जिसकी तैयारी का विशेष महत्व है। क्योंकि इस भाग से परीक्षा का एक चौथाई अंक निर्धारित होता है। गद्यांश पर आधारित 20 प्रश्नों के लिए 4 अनुच्छेद दिए जाते हैं। जिसमें समझ, चेतना, विचार, व्याकरण आदि पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। यहाँ ऐसे ही एक अनुच्छेद दिया जा रहा है। आशा है बच्चों की तैयारी में मदद मिलेगी। इस अनुच्छेद में 20 प्रश्न दिए गए हैं इसमें से 10 प्रश्न अनुच्छेद पर आधारित तथा 10 प्रश्न भाषा व्याकरण पर आधारित है।

यादि आप इस सीरीज के "भाग 5" के प्रश्न का भी प्रैक्टिस करना चाहते हैं, तो यहाँ क्लिक करें.

इस अनुच्छेद को हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, मराठी, बंगाली, पंजाबी, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और तमिल भाषा में बदले जा सकते हैं। भाषा बदलने के लिए Translate in Your Language के नीचे दिए गए पुलडाउन बटन दबाकर अपनी भाषा का चयन करें।

TRANSLATE IN YOUR LANGUAGE

अनुच्छेद

आरव उत्तराखंड के नैनीताल में रहता है। उसका अधिकतर समय पहाड़ों की ठंडी और शांत वादियों में ही बीता है। इस बार सर्दियों की छुट्टियों में वह अपने माता-पिता के साथ मसूरी गया। वहाँ का नजारा बेहद खूबसूरत था, चारों ओर बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई थी। पर्यटक स्नोमैन बना रहे थे और बच्चे बर्फ से खेल रहे थे। आरव के दादा जी भी साथ थे, उन्होंने आरव को पहाड़ों पर उगने वाली फसलों के बारे में बताया। वहाँ मटर और आलू की खेती प्रमुख थी। आरव ने देखा कि कुछ किसान ठंड के बावजूद अपनी फसलों की देखभाल कर रहे थे। उन्होंने बताया कि फसल को ठंड से बचाने के लिए विशेष कवर का उपयोग किया जाता है। शाम को तेज ठंडी हवा चलने लगी, जिससे आरव ने सीखा कि पहाड़ों में मौसम अचानक बदल जाता है। रात में दादा जी ने उसे चूल्हे पर बनी गरम-गरम रोटी और पहाड़ी सब्जी खिलाई। इस यात्रा ने आरव को प्रकृति और पहाड़ी जीवन की अनमोल सीख दी, जिसे उसने अपनी डायरी में दर्ज किया।

1. 
आरव ............ के नैनीताल में रहता है।

2. 
सर्दियों की छुट्टियों में आरव अपने माता-पिता के साथ ............ गया।

3. 
मसूरी में चारों ओर ............ की सफेद चादर बिछी हुई थी।

4. 
पर्यटक मसूरी में ............ बना रहे थे।

5. 
आरव के दादा जी ने उसे पहाड़ों पर उगने वाली ............ के बारे में बताया।

6. 
मसूरी में मटर और ............ की खेती प्रमुख थी।

7. 
किसानों ने फसलों को ठंड से बचाने के लिए ............ का उपयोग किया।

8. 
शाम को ............ ठंडी हवा चलने लगी।

9. 
आरव ने पहाड़ों में मौसम के ............ बदलने का अनुभव किया।

10. 
रात में दादा जी ने आरव को ............ पर बनी गरम रोटी और सब्जी खिलाई।

11. 
इस यात्रा ने आरव को ............ और पहाड़ी जीवन की अनमोल सीख दी।

12. 
"आरव उत्तराखंड के नैनीताल में रहता है।" वाक्य में "रहता" ............ की क्रिया है।

13. 
"मसूरी का नजारा बेहद खूबसूरत था।" वाक्य में "खूबसूरत" ............ शब्द है।

14. 
"चारों ओर बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई थी।" वाक्य में "सफेद" का विलोम ............ होगा।

15. 
"आरव ने देखा कि किसान ठंड के बावजूद फसलों की देखभाल कर रहे थे।" वाक्य में "देखा" का पर्यायवाची चुनें।

16. 
"फसलों को ठंड से बचाने के लिए विशेष कवर का उपयोग किया जाता है।" वाक्य में "ठंड" ............ संज्ञा है।

17. 
"शाम को तेज ठंडी हवा चलने लगी।" वाक्य में "ठंडी" ............ शब्द है।

18. 
"मसूरी में मटर और आलू की खेती प्रमुख थी।" वाक्य में "प्रमुख" का पर्यायवाची ............ है।

19. 
"आरव ने सीखा कि पहाड़ों में मौसम अचानक बदल जाता है।" वाक्य में "अचानक" ............ शब्द है।

20. 
"दादा जी ने चूल्हे पर रोटी बनाई।" वाक्य में "दादा जी" ............ सर्वनाम है।

21. 
"यह यात्रा आरव के लिए अनमोल थी।" वाक्य में "अनमोल" का विलोम ............ होगा।

Disclaimer

This article is based on the best knowledge of the author. It has no connection with Navodaya Vidyalaya Samiti. In case of any discrepancy in the article, it should be compared with the notifications issued by Navodaya Vidyalaya Samiti. This article is only for the convenience and guidance of the candidates and their parents.

Navodaya Study: About Us

गवेल सर के कुशल नेतृत्व में, नवोदय स्टडी टीम कक्षा 5 वीं के छात्र-छात्राओं को जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा की सुनिश्चित सफलता के लिए समर्पित है। गवेल सर व्यक्तिगत स्तर पर विद्यार्थियों एवं कोचिंग संस्थानों को, शैक्षिक सामग्री एवं मार्गदर्शन उपलब्ध कराते हैं, जिससे वे JNVST की चुनौतियों का अच्छे ढंग से सामना करने के लिए तैयार हो सकें। यह वेबसाइट JNVST की तैयारी के लिए एकमात्र समर्पित संस्थान के रूप में स्थापित है, जो विस्तृत अध्ययन मार्गदर्शिकाएँ, मॉडल पेपर एवं ऑनलाइन क्लास की सुविधाएँ भी प्रदान करती है। "नवोदय स्टडी" का ध्येय केवल अध्ययन सामग्री प्रदान करने से कहीं आगे बढ़कर, प्रवेश परीक्षा की जटिलताओं को समझने एवं उनमें उत्कृष्टता प्राप्त करने हेतु रणनीतिक दिशा और अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करना है।

Leave a Comment

Navodaya Vidyalaya Previous Years Question Paper नवोदय विद्यालय योजना के उद्देश्य JNVST 2026 आवेदन की अंतिम तिथि जारी