जवाहर नवोदय विद्यालय परीक्षा का स्वरूप | विषय सूचि

खण्ड -1 मानसिक योग्यता परीक्षा


यह अशाब्दिक परीक्षा है। इसमे प्रश्न केवल चित्रां तथा आकृतियां के आधार पर होगं। एसे प्रश्नों का उद्देश्य अभ्यर्थी की सामान्य मानसिक योग्यता को परखना है इस खण्ड के 10 भाग हैं। प्रत्येक भाग में प्रत्येक प्रकार के 4-4 प्रश्न होंगे। नीचे कुछ उदाहरण दिये गये हैं:-

प्रकार-1 (भिन्न आकृति छांटिए)

अनुदेश


प्रश्न संख्या 1 से 4 में प्रत्येक प्रश्न के लिए 4 आकृतियां दी गयी हैं। इन चारों आकृतियों में से 3 आकृतियां किसी न किसी प्रकार से एक जैसी हैं तथा एक भिन्न है। जो आकृति भिन्न है, उसे चुनें।

सही उत्तर (A)

प्रकार-2 (आकृति मिलान)

अनुदेश

प्रश्न संख्या 5 से 8 में बायी ओर एक समस्या आकृति दी गयी है और उसके दांयी ओर चार उत्तर आकृतियां । A,B,C,D दी गई हैं। उत्तर आकृति का चयन करें जो समस्या आकृति के बिल्कुल समान है।

सही उत्तर (C)

प्रकार-3 (आकृति पूरक)

अनुदेश

प्रश्न संख्या 9 से 12 में बायीं ओर एक समस्या आकृति है इसका कुछ भाग लुप्त है। दायीं ओर दी गयी । A,B,C,D उत्तर आकृतियों को देखिए और ऐसी उत्तर आकृति का पता लगाओ जो बिना दिशा बदले समस्या आकृति के लुप्त भाग में फिट हो जाये, जिससे कि समस्या आकृति पूर्ण हो जाए।

सही उत्तर (A)

प्रकार-4 (आकृति श्रृंखला पूर्ण करना )

अनुदेश

प्रश्न संख्या 13 से 16 में बायी ओर तीन समस्या आकृतियां है और चैथी आकृति के लिए स्थान छोड़ दिया गया है। समस्या आकृतियां एक श्रृंखला में हैं। इसका पता लगाओ कि दाहिनी ओर उत्तर आकृति में से कौन सी आकृति रिक्त स्थान पर आकर श्रृंखला को पूरा करती है।

सही उत्तर (C)

प्रकार-5 (समानता)

अनुदेश

प्रश्न संख्या 17 से 20 में दो समुच्चयों की दो-दो समस्या आकृतियां हैं। दूसरे समुच्चय में प्रश्न चिह्न (?) लगा हुआ है। पहली तथा दूसरी समस्या आकृति के बीच कोई सम्बन्ध है। इसी प्रकार का सम्बन्ध तीसरी और चैथी समस्या आकृतियों में भी होना चाहिए। उत्तर आकृतियों में से एक ऐसी आकृति चुनों जो प्रश्न चिह्न को हटा सके।

सही उत्तर (A)

प्रकार-6 (रेखागणितीय चित्र पूरक) त्रिकोण, वर्ग, वृत्त

अनुदेश

प्रश्न संख्या 21 से 24 में बायी ओर रेखागणितीय आकृति का एक भाग प्रश्न आकृति के रूप में दिया गया है और इसका अन्य भाग दायीं ओर के उत्तर आकृति ।A,B,C,D में से है। ऐसी आकृति चुनिए जो रेखागणितीय आकृति को पूरा कर दे।

सही उत्तर (A)

प्रकार-7 (दर्पण बिम्ब)

अनुदेश

प्रश्न संख्या 25 से 28 में बायीं ओर एक समस्या आकृति है और इसके दायी ओर चार उत्तर आकृतियां ।A,B,C,D दी गई है। ऐसी आकृति चुनो जो समस्या आकृति का दर्पण में प्रतिबिम्बित होगी जब दर्पण को XY रूप में रखा जाए।

सही उत्तर (D)

प्रकार-8 (पंच नियंत्रित आकृति-मोड़ना/खोलना)

अनुदेश

प्रश्न संख्या 29 से 32 में बाँई ओर समस्या आकृति के रूप में कागज के एक टुकड़ा मोड़ा तथा पन्च किया गया है और दाँयी तरफ चार उत्तर आकृतियाँ ।A,B,C व D दी गई है। उस उत्तर आकृति को चुनो जो कागज खुलने (Unfolded) पर कैसा दिखेगा।

सही उत्तर (A)

प्रकार-9 ( स्पेस विजुअलाइजेशन )

अनुदेश

प्रश्न संख्या 33 से 36 में बाँई ओर एक समस्या आकृति दी गई है। दाँई तरफ चार उत्तर आकृतियां ।A,B,C,D दी गई है। उस उत्तर आकृति को चुनो जो समस्या आकृति में दिये गये टुकड़ों को जोड़ने पर प्राप्त होगी।

सही उत्तर (D)

प्रकार-10 (सन्निहित आकृति)

अनुदेश

प्रश्न संख्या 37 से 40 में बाँई ओर एक समस्या आकृति दी गई है और दाँई तरफ चार उत्तर आकृतियां । A,B,C,D दी गई है। उस उत्तर आकृति को चुनो जिसमें समस्या आकृति छिपी हुई है।

सही उत्तर (B)

खण्ड 2ः अंकगणित परीक्षा

इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य अभ्यर्थियों की अंकगणित मे आधारभूत दक्षता को मापना है। इस परीक्षा के सभी 20 प्रश्न निम्नलिखित 15 विषयों पर आधारित होंगे

  • संख्या और संख्या पद्धति
  • पूर्ण संख्याओं पर चार आधारभूत सक्रियाएं
  • भिन्नात्मक संख्याएं और उन पर चार आधारभूत सक्रियाएं
  • गुणनखण्ड और गुणांक एवं उनके गुण
  • संख्याओं का लघुतम समापवत्र्य तथा महत्तम समापवत्र्य
  • दशमलव तथा उन पर आधारभूत सक्रियाएं
  • भिन्नों को दशमलव में तथा दशमलव को भिन्नों में बदलना
  • मापन-लम्बाई, द्रव्यमान, धारिता, समय, धन इत्यादि
  • दूरी, समय तथा गति
  • व्यंजकों का सन्निकटन
  • संख्यात्मक व्यंजकों का सरलीकरण
  • प्रतिशतता तथा उनके अनुप्रयोग
  • लाभ तथा हानि
  • साधारण ब्याज
  • परिमाप, क्षेत्रफल तथा आयतन

टिप्पणीः-धारणाओं तथा उससे सम्बन्धित दक्षताओं के बोध तथा उनके अनुप्रयोग के परीक्षण पर अधिक बल दिया जायेगा। अंकगणित परीक्षा में आने वाले सम्भावित प्रश्नों के प्रकार के विषय में अभ्यर्थियों के मार्गदर्शन हेतु नीचे कुछ उदाहरण दिये गये हैं-

उदाहरण- 1 (बोध का परीक्षण करना): 1000 का अभाज्य गुणनखण्ड क्या है ?

A. 10 x 10 x 10 B. 2 x 5 x 5 x 10
C. 2 x 2 x 2 x 5 x 5 D. 2 x 2 x 2 x 5 x 5 x 5

B. 2 x 5 x 5 x 10
D. 2 x 2 x 2 x 5 x 5 x 5

किसी भी संख्या के गुणनखण्ड को अभाज्य गुणनखण्ड कहते हैं यदि (i) सभी गुणनखण्डों को गुणन (प्रत्येक गुणनखण्डों को उतनी बार गुणा करना है जितनी बार वह आया है) दी गयी सख्या के बराबर हो तथा (ii) प्रत्येक गुणनखण्ड अभाज्य संख्या हो। यहाँ केवल विकल्प क् दोनों शर्तों को पूरा करता है।

अतः विकल्प D सही उत्तर है।

उदाहरण- 2 (बोध का परीक्षण करना): पहली चार विषम संख्याओं का औसत क्या है?

A. 5
C. 5

B. 4
D. 16

खण्ड 3ः भाषा परीक्षा

इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य अभ्यर्थी में पढ़ने के बोध को मापना है। इसमें चार गद्यांश हैं। प्रत्येक गद्यांश में 5 प्रश्न हैं। अभ्यर्थी गद्यांश को ध्यान से पढकर उन प्रश्नों के उत्तर दे।

नमूना गद्यांश और प्रश्न नीचे दिये गये हैं।

गद्यांश

वन हमारे लिए कई तरह से उपयोगी हैं। वे हमें घर व फर्नीचर बनाने हेतु लकड़ी प्रदान करते हैं। वन हमें ईधन व कागज बनाने के लिए भी लकड़ी प्रदान करते हैं। वे पक्षियों, वन्य जीवों व कीट-पतंगों के लिए शरण देते हैं। वन वर्षा कराते हैं। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए जंगलों का अस्तित्व अति महत्वपूर्ण है। यह एक निर्विवाद व स्थापित तथ्य है कि हमें पर्यावरण का ध्यान रखना होगा। मानव के अनवरत अस्तित्व के लिए पर्यावरण व इसके संसाधनों को बुद्धिमतापूर्ण उपयोग करना अपरिहार्य हो गया है।

पर्यावरण की सुरक्षा हेतु ……… का अस्तित्व अनिवार्य है

(A) वन
(C) जानवरों

(B) मानव
(D) संसाधन

सही उत्तर (A)

संरक्षण का विलोम है………….

(A) बचाव
(C) निर्माण

(B) शरण
(D) विनाश

सही उत्तर (D)

निम्नलिखित में से कौन सा शब्द बुद्धिमान का पर्याय नहीं है……….

(A) विवेकशील
(C) ज्ञानवान

(B) हास्यास्पद
(D) न्यायसंगत

सही उत्तर (B)

बढ़ई वनों पर निर्भर रहते है क्योंकि जंगल उन्हें देते है……..

(A) जलाने हेतु लकड़ी
(C) फर्नीचर बनाने हेतु लकड़ी

(B) कागज बनाने हेतु लकड़ी
(D) जानवरों के लिए घर

सही उत्तर (C)

वन्य जीव बेघर हो जायेंगे यदि………….

(A) कागज की मिलें नष्ट हो जायेंगी
(C) वनों का विनाश हो जाए

(B) घर बना दिए जाए
(D) पर्यावरण का ध्यान रखा जाए

सही उत्तर (C)

Disclaimer

This article is based on the best knowledge of the author. It has no connection with Navodaya Vidyalaya Samiti. In case of any discrepancy in the article, it should be compared with the notifications issued by Navodaya Vidyalaya Samiti. This article is only for the convenience and guidance of the candidates and their parents.

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