नेशनल पॉलिसी ऑफ एजुकेशन (1986) के अनुसार, भारत सरकार ने जवाहर नवोदय विद्यालय (JNVS) की स्थापना की। जवाहर नवोदय विद्यालय वर्तमान में 27 राज्यों के प्रत्येक जिले और 08 केंद्र शासित प्रदेशों में संचालित हैं। यह बालक-बालिकाओं के लिए आवासीय विद्यालय हैं, जो पूरी तरह भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित एक स्वायत्त संगठन, नवोदय विद्यालय समिति के माध्यम से प्रशासित हैं। बालक और बालिकाओं के लिए अलग-अलग छात्रावास की व्यवस्था होती है।
JNV में प्रवेश, जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षण (JNVST) के माध्यम से कक्षा VI से किया जाता है। JNVs में शिक्षण का माध्यम मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषा है, जो कि कक्षा VIII और उसके बाद गणित और विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के लिए हिंदी और अंग्रेजी है। JNV के छात्र CBSE बोर्ड परीक्षाओं के लिए उपस्थित होते हैं।
जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ाई, आवास, यूनिफॉर्म, पाठ्यपुस्तकें, स्टेशनरी रोजमर्रा की सभी वस्तुएं निःशुल्क प्रदान की जाती है।
यह विद्यालय ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले गरीब बच्चों के लिए एक विशेष अवसर प्रदान करता है, जहां बिना किसी शुल्क के आधुनिक छात्रावास (बेड, बिजली, पानी, पंखा, बाथरूम आदि सुविधा युक्त), एक अत्याधुनिक शिक्षा व्यवस्था शिक्षा लिए एक बहुउद्देशीय विद्यालय परिसर, बच्चों का विभिन्न भारतीय कला-संस्कृति को समझने का अवसर (आर्ट एवं संगीत एवं अलग-अलग प्रदेशों के लिए माइग्रेशन) ऑडिटोरियम, समाजिक मूल्यों, पर्यावरण के बारे में जागरूकता (गार्डनिंग एवं स्वच्छता), आत्मनिर्भरता, साहसिक गतिविधियों (विभिन्न भौगोलिक भ्रमण) और शारीरिक शिक्षा (बृहद खेल मैदान, स्टेडियम, कोर्ट) इत्यादि युक्त अच्छी गुणवत्ता वाली आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए JNVs को स्थापित किया गया है।