कक्षा 6 स्तर पर जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए कक्षा 5 वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को एक प्रतियोगी चयन परीक्षा से गुजरना पड़ता है। वर्तमान समय में प्रतियोगियों की संख्या अधिक होने के कारण सफलता के लिए अधिकतम अंक अर्जित करने की आवश्यकता होती है। इसके लिए विद्यार्थियों को अच्छे स्तर और सही समय प्रबंधन के साथ तैयारी करने की जरूरत है। इस लेख में तैयारी हेतु सही समय प्रबंधन किस प्रकार किया जाना चाहिए तथा अन्य किन बातों को ध्यान रखना चाहिए ताकि विद्यार्थी अपने मेहनत के दम पर इस परीक्षा में सफलता हासिल कर अपने मुकाम को प्राप्त कर लें।
जो बच्चे नवोदय विद्यालय प्रतियोगी चयन परीक्षा कक्षा 6 की तैयारी करते हैं, जाहिर है उनकी उम्र 9 वर्ष से 13 वर्ष की होगी। इस छोटी सी उम्र में बच्चे को प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयार करना एक बहुत बड़ी चुनौती है। इस चुनौती को हम कई छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर कुछ आसान बना सकते हैं। यहाँ हम इन्हीं दो बातों पर ध्यान केंद्रित कराने की कोशिश करेंगे। “पहला” तैयारी करने वाले बच्चे को दोहरा पाठ्यक्रम पूरा करना होता है। कक्षा पांचवी + नवोदय प्रवेश परीक्षा। “दूसरी” महत्वपूर्ण बातें हैं इन दोनों पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए समय प्रबंधन भी एक अहम भूमिका निभाती है। इन दोनों बातों को ध्यान में रखकर हम यहाँ इस लेख में कुछ बातें रखेंगे। आशा है आपको इससे कुछ लाभ अवश्य मिलेगी।
दोहरे पाठ्यक्रम का प्रबंधन (मैनेजमेंट) कैसे करें ?
जैसे कि ऊपर बताया जा चुका है कि बच्चे को कक्षा 5 वीं के पाठ्यक्रम को अध्ययन करने के साथ-साथ नवोदय तैयारी के संपूर्ण सिलेबस का भी तैयारी करना पड़ता है। इस छोटी उम्र में अधिक बोझ को कम करने का एक उपाय किया जा सकता है। नवोदय प्रवेश परीक्षा की पाठ्यक्रम (सिलेबस) के अनुसार अंकगणित का संपूर्ण पाठ्यक्रम बच्चे की पांचवी एवं उससे ऊपर के स्तर की होती है इस आधार पर कक्षा 5 वीं के गणित विषय की पढ़ाई को एवरेज रखा जाए और केवल नवोदय पाठ्यक्रम की गणित पर ज्यादा ध्यान दिया जाए। इसी तरह कक्षा पांचवी की भाषा पर एवरेज ध्यान देकर नवोदय परीक्षा के भाषा अनुच्छेद भाग पर अधिक ध्यान दें इससे पांचवी की पाठ्यक्रम भी पूरा हो जाएगा और नवोदय की भी तैयारी पूरी हो जाएगी तथा अतिरिक्त समय और श्रम की बचत होगी। इस तरह कक्षा 5 वीं के अंकगणित तथा भाषा के पाठ्यक्रम पूरा करने का चिंता बिल्कुल ना करें।
नवोदय तैयारी के लिए समय प्रबंधन (मैनेजमेंट) कैसे करें ?
नवोदय प्रवेश परीक्षा 2022 आयोजित होने में अभी लगभग 100 दिन का समय बाकी है। इस 100 दिन में यदि हम प्रतिदिन 10 घंटे पढ़ाई करें, तो 1000 घंटे मिलेंगे और यदि 3 घंटे पढ़ाई करें तो मात्र 300 घंटे का समय मिलेगा। आप चाहे प्रतिदिन 3 घंटे तैयारी करें या 10 घंटे तैयारी करें। आज की स्थिति में हमारे अनुसार बच्चे को प्रतिदिन 6 घंटे की तैयारी करनी चाहिए। अब यहाँ पर बात आती है इस 6 घंटे की तैयारी का प्रबंधन (मैनेजमेंट) किस प्रकार किया जाए। मान लें यदि आप प्रतिदिन 6 घंटे तैयारी करने का मन बनाए हैं, तो इस 6 घंटे का समय प्रबंधन इस तरह करें – कम से कम 3 घंटे का समय गणित की तैयारी में देना चाहिए, 2 घंटे भाषा की तैयारी में तथा मानसिक योग्यता के लिए 1 घंटे का समय पर्याप्त होता है। इस तरह से आप तैयारी करने के लिए प्रतिदिन 6 घंटे से अधिक या कम समय लेते हैं तो उसी अनुपात में समय अवधि कम या ज्यादा कर लें।
अपनी तैयारी को जांचने के लिए परीक्षा से पहले कम से कम 30 प्रैक्टिस अवश्य करें। प्रत्येक प्रैक्टिस के लिए 2 घंटा का समय निर्धारित करें। प्रैक्टिस में दिए गए समय को अपने तैयारी के समय में ना जोड़े। प्रैक्टिस के लिए अतिरिक्त समय निकालें।
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