ST/SC/OBC वर्ग की लड़कियों तथा विकलांग कोटे से नवोदय विद्यालय में चयनित होने के लिए बस इतने नम्बर की जरूरत है। इस पोस्ट में पेश है इस जादुई नम्बर को लाने के लिए तैयारी सम्बन्धी जरूरी टिप्स तथा मोटीवेशनल लेख। ऊपर बताए गए कोटे के छात्राओं को नवोदय विद्यालय में प्रवेश प्राप्त करने के लिए क्वालीफाई अंकों से थोड़े कुछ ही अधिक अंक लाने की जरूरत होती है क्योंकि प्रायः यह देखा गया है कि इस वर्ग के होनहार और प्रतिभावान छात्राएँ अच्छे अंक अर्जित करके सामान्य श्रेणी के शीटों में अपना स्थान बना लेते है इस कारण इस कैटेगरी के सभी सीटें मध्यम तथा कुछ कमजोर स्तर के छात्राओं के लिए रिक्त रहता है या उनको प्राप्त होने का मौका मिल जाता है। इस कैटेगरी में उम्मीदवारों की संख्या कम होने के कारण यहाँ उन छात्राओं को भी सलेक्शन मिल जाता है जो चयन परीक्षा में क्वालीफाई अंक से थोड़ा बहुत अधिक अंक लेने में सफल हो जाते हैं। यही है इनके जादुई नम्बर।
क्वालीफाई अंक क्या है ?
किसी भी प्रवेश परीक्षा में परीक्षार्थी को प्रतियोगिता में बने रहने के लिए कुल पूर्णांक में से एक निश्चित प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होता है जो प्रायः 1/3 या 33% होता है। यही क्वालीफाई अंक या “Passing mark” कहा जाता है।
अब नवोदय प्रवेश परीक्षा में तीन खण्ड होते है। हमें प्रतयेक खण्डों से क्वालीफाई अंक लाना जरूरी है। यहाँ प्रत्येक का अलग-अलग विवरण दिया जा रहा है तथा उसके बाद बताएंगे कि हमसे कहाँ और कैसे चूक हो जाती है-
मानसिक योग्यता परीक्षण –
इस भाग में 40 प्रश्न दिए जाते है। जो 50 अंकों का होता है इस भाग के लिए क्वालीफाई अंक 17 होंगे जो 14 प्रश्न सही करने पर हो जाता है किन्तु इस भाग से अधिकांश बच्चे 36 से 40 प्रश्न सही करते हैं और हमें भी यही करना है क्योंकि यही अंक हमारी औसत अंक को बढ़ाकर हमें सलेक्शन के करीब लेकर जाता है।
अंक गणित परीक्षण –
इस भाग में 20 प्रश्न दिए जाते है। जो 25 अंकों का होता है इस भाग के लिए क्वालीफाई अंक 8.75 होंगे जो कम से कम 7 प्रश्न सही करने पर प्राप्त हो जाता है किन्तु इस भाग से बहुत से बच्चे 7 प्रश्न भी सही नहीं कर पाते और प्रतियोगिता से बाहर हो जाते हैं। इस भाग में हम 12 से 17 अंक आसानी से कैसे ला सकते हैं उसकी चर्चा निचे करेंगे।
भाषा परीक्षण –
इस भाग में भी 4 गद्यांशों पर आधारित 20 प्रश्न दिए जाते है। जो 25 अंकों का होता है यहाँ भी क्वालीफाई अंक 8.75 होंगे जो कम से कम 7 प्रश्न सही करने पर पूरा हो जाता है किन्तु यहाँ हमें अधिकतम अंक लाने की कोशिश करना जरूरी है और हम मेहनत करके ला भी सकते हैं। यह भाग भी हमारे अच्छे प्रदर्शन पर औसत अंक में वृद्धि करके हमें सलेक्शन के करीब पहुंचाता है।
अंक गणित भाग में 12 से 17 अंक कैसे लाएं –
आमतौर पर हम कठिन से कठिन प्रश्नों को तैयारी करने की कोशिश करते हैं जबकि ये कठिन प्रश्न हमारे वश की नहीं होती। इसके साथ ही कठिन प्रश्नों पर ज्यादा ध्यान देने की वजह से सरल प्रश्नों की भी तैयारी हम सही से नहीं कर पाते। यही कारण है कि हम अंकगणित के इस भाग में क्वालीफाई अंक लाने से चूक जाते हैं। जबकि हमेशा 20 प्रश्नों में से 12-13 प्रश्न सरल आते है। यदि हम केवल इन्हीं सरलतम प्रश्नों का ही तैयारी करें और उन्हीं प्रश्नों को परीक्षा में हल करें तथा शेष प्रश्नों जिसे हम हल नहीं कर पा रहें हैं या जिसकी हमने तैयारी नहीं की है के लिए कोई एक आप्सन को ही चयन करें (तुक्का लगाएँ) तो भी हम 12 से 17 अंक आसानी से ला सकते हैं।
अंक गणित के सभी सरलतम भाग जहाँ से सरल प्रश्न पूछे जाते हैं –
- भाज्य-अभाज्य संख्याओं की समझ तथा इससे संबंधित सरल प्रश्नों की तैयारी
- कम से कम 2 से 10 तक की संख्याओं से विभाज्यता के नियम का पूर्ण तैयारी रखना
- संख्याओं का गुणा, भाग, जोड़ और घटाव को ठीक-ठीक कर पाना
- गुनखण्ड और गुणज की अच्छी तरह से समझ विकसित करना
- भिन्नों को गुणा करने, भाग करने, जोड़ने और घटाने के नियमों को अच्छी से तैयारी कर लेना
- लघुत्तम (LCM) और महत्तम (HCF) निकलने तथा इसके गुण का समझ विकसित करना
- दशमलव संख्याओं को गुणा करने, भाग करने, जोड़ने और घटाने सम्बन्धी नियमों की अच्छी से तैयारी कर लेना
- भिन्नों को दूसरे भिन्न के रूप में बदलने के नियम को अच्छी से समझ लेना
- धनराशि को खर्च करने की हिसाब कर पाना। रुपये-पैसे की समझ विकसित करना
- लम्बाई (कि.मी., मी., से.मी.), वजन (ग्राम, कि.ग्र.) व समय (घंटा, मिनट, सेकंड तथा am pm) सम्बन्धी प्रश्नों की अच्छी तरह से तैयारी रखना
- दूरी, समय, गति से संबंधित प्रश्नों में साधारण प्रकार के प्रश्नों जैसे- चाल = दूरी/समय आदि की अच्छी तैयारी रखना
- BODMAS के नियम को बारबार प्रैक्टिस करना
- प्रतिशत निकालने तथा संख्याओं को प्रतिशत में बदलने का भरपूर तैयारी रखना
- लाभ तथा हानि निकालना तथा उसे प्रतिशत में बदलने एवं प्रतिशत लाभ-हानि को संख्याओं में बदलने की तैयारी
- साधारण ब्याज निकालने तथा समय, दर, मूलधन निकालने की तैयारी
- परिमाप तथा क्षेत्रफल की समझ विकसित करके इसे ज्ञात करने की विधियों की तैयारी
उपर्युक्तानुसार चैप्टर के सरलतम प्रश्नों का अच्छी तरह से तैयारी तथा समझ विकसित करें। परीक्षा में केवल सरल ही प्रश्नों को हल करने के लिए एकाग्रता लवें। समझ नहीं आने वाले प्रश्नों के लिए कोई एक आप्शन को ही तुक्का लगाएँ। आप निश्चित रूप से क्वालीफाई अंक तो पाएंगे ही साथ ही 12 से 17 अंक तक पहुंच कर सलेक्शन भी प्राप्त करेंगे।